Pages

Thursday 3 January 2013

चार दिन का प्यार फिर भ्रष्टाचार

चार दिन का प्यार फिर भ्रष्टाचार
रूठ जाए तो  "Flowers" वाला "card "
"Dating" से पहले "chocolates" चार
लैला - मजनू  सब कहानी के किरदार
२१वी सदी में सिर्फ चार दिन वाला प्यार
हो भी गया अगर "सच्चा वाला " प्यार
लोकपाल बिल से बुरे हाल-चाल
पूरी कविता का एक ही सार
प्यार की  कहानियों तक है भ्रष्टाचार !! :)

No comments:

Post a Comment