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Wednesday 11 February 2015

सुना है

सुना है
एक पंछी
अगर पिंजरे में
कुछ साल के लिए कैद हो
तो आजाद होने की चाह
और उड़ने की क्षमता
पिंजरे में ही दम तोड़ देती है
जैसे तुझे मुक्कमल करने का ख्वाब
अब चरमरा कर
टूट चूका है
कभी तेरी कमसिन मुस्कान
कुछ जान फूक भी दे
तो उम्रदराज इश्क
दम तोड़ देता है

सुना तो ये भी है की
किसी चीज़ को गर
शिद्दत से चाहो
तो पूरी कायनात
लग जाती है
उसको तुमसे मिलाने में
मैंने तेरी यादों को
शिद्दत से मिटाना चाहा
मेरी पूरी कायनात ही
मिट गई
अजीब न-इंसाफी है| :)

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